सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है? लक्षण और निदान|सर्वाइकल कैंसर होने का मुख्य कारण क्या है?सर्वाइकल कितना खतरनाक ह?सर्वाइकल की जांच कैसे होती हैHVP price
Cervical cancer : बीते कुछ बरसों में महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर की दर में वृद्धि हुई है। हर 8 मिनट में एक महिला इसके शिकार हो रही है। यह कई विकासशील देशों में मौत का कारण बना हुआ है। अमेरिकन सोसाइटी के अनुसार साल 2022 में कैंसर से लगभग 6 लाख लोगों की मौत हुई थी।
Cervical cancer| Cancer of the Uterus |
यह स्थिति भारत में भी बनी हुई है जो भारत के लिए एक चुनौती है। The Hindu में प्रकाशित वित्त मंत्री के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर की दर में हुई वृद्धि की रोकथाम के लिए लड़कियों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करेगी सरकार।
गर्भाशय ग्रीवा कैंसर: इस संदर्भ में जागरूकता, थोड़ी सतर्कता और वैक्सीन से बचाव का प्रयास कर सकते है। सरकार का उद्देश्य बढ़ते इन बीमारियों पर निजात पाना है। तो आईए जानते हैं कि महिलाओं से संबंधित स्वास्थ समस्याएं सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है? कारण लक्षण और निदान क्या है।cervical cancer kya hai / cancer of uterus
सर्वाइकल कैंसर क्या है यह कैसे होता है? Uteruscancer
What is cervical cancer:सर्वाइकल कैंसर महिलाओं के युट्रेस मतलब बच्चेदानी में होनेवाली घातक समस्या है। यह समस्या तब शुरू होता है जब गर्भाशय ग्रीवा अर्थात गर्भाशय की गर्दन में स्वस्थ्य कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है।
- अधिकांश सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमावायरस संक्रमण (HPV) के कारण होते हैं। एचपीवी को मानव इम्यूनो डिफिशिएंसी वायरस भी कहते है।
- HPV सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इनफेक्शन (STIs) का एक प्रकार है। इसमें कई प्रकार के कैंसर होते हैं। STI का जोखिम खासकर किशोर, युवा, वयस्कों, पुरुष और यौन संबंध बनाने वाले महिलाओं व पुरुषों में अधिक होता है।
- यदि इलाज नहीं किया जाता है तो इसके न्यूरोलॉजिकल और हृदय रोग, बांझपन, अस्थाई गर्भावस्था, मृत्यु जन्म सहित कई परिणाम हो सकते हैं।
सर्वाइकल कैंसर कैसे होता है?
Cervical cancer in Hindi: सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा (गर्भाशय के निचले हिस्से) में विकसित होता है। सर्वाइकल कैंसर आमतौर पर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के संक्रमण के परिणामस्वरूप होता है, जो यौन संपर्क के दौरान फैलता है। यह सेक्सुअल एक्स्पोज़र से भी हो सकता है।
सेक्सुअल एक्सपोजर का मतलब सिर्फ अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाने से नहीं है बल्कि स्कीन टू स्कीन टचिंग जैसे ओरल सेक्स, यौन टचिंग, छेड़छाड़ (Molestation) या लाइफ में कभी भी किसी के साथ शारीरिक संबंध बनाए हो तो HPV का टीका लगाया जाता है। यह कैंसर बनने में 10-15 साल का समय लेता है।
आपका रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाना जरूरी है। 30 साल के बाद आपका एक रेगुलर पैप स्मीयर परीक्षण व HPV test होना जरूरी है। यह कैंसर 30-35 के बाद 80% महिलाओं में होता है।
NTAGI के हुए सिफारिशों से कहां गया है 9 से 14 वर्ष की लड़कियों को नियमित रूप से HPV टीका लगाया जाएं। यह टीका कई अन्य रोगो से भी सुरक्षित रखता है।
सर्वाइकल कैंसर क्यों होता है?
Why does cervical cancer occur in Hindi: यह जानने के लिए हमें पहले यह समझना होगा कि हमारा शरीर कई कोशिकाओं से बना है। शरीर की आवश्यकता के अनुसार कोशिकाओं में विभाजन होता रहता है हालांकि यह एक नियंत्रित प्रक्रिया होती है
लेकिन जब शरीर के किसी हिस्से की कोशिकाओं में अनियंत्रित विभाजन होने लगता है तो ऐसी स्थिति में शरीर के उस हिस्से में घातक ट्यूमर बनने लगता है और इस स्थिति को कैंसर कहते हैं।
सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा (गर्भाशय के निचले हिस्से) में विकसित होता है। यूट्रस के निचले भाग का पतला रास्ता यानी (बच्चेदानी का मुंह) जिसे सर्वेक्स कहते। यह गर्भाशय की निचला हिस्सा होता है जो योनि से जुड़ा होता है। इस हिस्से में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती है।
यहां सामान्य कोशिकाएं आसपास के ऊतकों पर आक्रमण करती है और शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाती है इस स्थिति से होने वाले कैंसर को सर्वाइकल कैंसर कहा जाता है।
सर्वाइकल कितना खतरनाक है?
राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार, महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर सबसे आम कैंसर है । सभी कैंसरों में से 6 से 29% मामले इसके हैं।
भारत में 83% की दर के साथ तीसरा सबसे अधिक होने वाला कैंसर है। सर्वाइकल कैंसर योनी, लिम्फ नोड्स, मूत्राशय, आंतो, फेफड़े, हड्डियों और यकृत तक फैल सकता है।
ऑनलाइन डाटबेस ग्लोबोकैन 2020 के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर 9.1% की मृत्यु दर के साथ कैंसर से होने वाले मृत्यु का दूसरा सबसे प्रमुख कारण है। 2020 में भारत में इसके एक लाख से ऊपर मामले सामने आए और इससे करीब 77,348 लोगों की जान चली गई।
दिल्ली के डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल के सामूहिक चकित्सा अध्ययन बताती है कि इसकी मृत्यु दर में गिरावट आई है और इसकी वजह है जागरूकता का बढ़ना अधिक जांच तथा बेहतर स्वास्थ सेवा की पहुंच है।
HPV इतना आम है कि 80% महिलाओं को अपने जीवन में कभी ना कभी यह समस्या जरूर होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का लक्ष्य 2030 तक 90 फिसदी लड़कियों को एचपीवी की खुराक सुनिश्चित करना है।
कारण|Cervical causes
कोशिकाओं का अनियंत्रित रूप से बढ़ाने के कई कारण होते हैं। यह संक्रमण HPV वायरस की वजह से होता है; जो यौन संपर्क के दौरान फैलता है। अधिकांश एचपीवी संक्रमण बिना किसी लक्षण के अपने आप ठीक हो जाते हैं।
cervix: गर्भाशय ग्रीवा |सर्विकल कैंसर |
लेकिन जब लंबे समय तक महिलाएं इससे संक्रमित रहती है तो ये संक्रमण गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है जिसके फलस्वरुप कोशिकाओं का अनियंत्रित विभाजन सर्वाइकल कैंसर को जन्म देता है। जैसे उनमें कारणों में शामिल हैं -
- कम उम्र से यौन संबंध बनाना
- अधिक लोगों के साथ यौन संबंध में रहना
- इम्यूनिटी का कमजोर होना (HPV संक्रमण के कारण)
- अधिक बच्चे होना,
- अधिक अबॉर्शन होना
- जागरूकता का अभाव
- धू्म्रपान
- तंबाकू आदि इत्यादि
लक्षण | cervical symptoms
- रक्त के साथ योनी स्राव या बदबूदार डिस्चार्ज
- इंटरकोर्स (संभोग) के बाद योनी स्राव
- महामारी के बीच की अवधि में रक्तस्राव
- गर्दन की मांसपेशियों में दर्द
- सर में दर्द
- पीठ के निचले हिस्से में दर्द
- पेट के निचले भाग में, पेल्विक में दर्द
- कुछ मामलों में लक्षण नहीं भी दिखाई देते है।
निदान /cervical cancer Treatment
सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग व उपचार: इसमें पहले पहल टेस्ट किए जाते हैं। गर्भाशय ग्रीवा में कैंसर प्रकट होने से पहले, कोशिकाएं डिसप्लेसिया नामक परिवर्तनों से गुजरती हैं, जिसमें असामान्य कोशिकाएं बढ़ने लगती है। परीक्षणों से इसका पता लगाया जाता है कि ऐसा कुछ समस्या है या नहीं।
प्री कैंसर या डिस्प्लेशिआ, बायोप्सी टेस्ट, स्किनिंग, अल्ट्रासाउंड, MRI, सिटी स्कैन, पैप स्मीयर आदि परीक्षणो से पता लगाया जाता है कि कैंसर है या नहीं, है तो कितना है।
जनरली पेशेंट का कार्सिनोमा इन C2 पांच साल का सर्वाइकल रेट stage 0 स्टेज 1 स्टेज 2,3,4 सर्वाइकल कैंसर डायग्नोज होता है उसी अनुसार से ट्रीटमेंट दिया जाता है। दवाइयां और सर्जिकल आदि प्रक्रिया होती है।
अधिकांशत यह कैंसर 40 साल से अधिक उम्र के महिलाओं में मुख्य रूप से होता है। 45 साल तक आप HPV वैक्सीन लगा सकते हैं।
HPV टीका 9 से 15 के बीच में अगर आप लगाते हो तो आपको दो वैक्सीन लगवानी पड़ेगी 15 से 45 के बीच में अगर आप लगाते हो तो आपको तीन वैक्सीन लगवानी होती है। मार्केट में यह वैक्सीन ₹2000 पड़ सकता है।
सर्वाइकल कैंसर का ऑपरेशन कैसे किया जाता है?
इसका इलाज मौखिक या अंतसिरा द्वारा किया जाता है। हेस्टटेरेक्टॉमी या टेचेलेक्ट्रामी। हिस्टेरेक्ट्रामी मतलब गर्भाशय हटाना और टेचेलेक्ट्रामी जिसमें cervix को हटाया जाता है। गर्भाशय की गर्दन को निकाल देने का ऑपरेशन सर्विसेक्टोमी कहलाता है।
सर्वाइकल रेट देखते हुए स्टेज 3 और 4 है उनके लिए बेस्ट ऑप्शन है कीमोथेरेप, हल्की रेडियोथेरेपी, दवा आदि से इलाज किया जाता है।
यदि पेशेंट की स्थिति ज्यादा खराब है तो एक्सट्रैक्ट में यानी कि यूट्रस निकलने का सर्जरी जिसमें यूट्रस सर्विस दोनों बाजू के फैलोपियन ट्यूब दोनों बाजू के ओवरीज और नॉर्मल जो पैरामेट्रिक टिशु रहता है वो सब निकल जाता है।
आसान शब्दों में कहें तो सर्जरी से बच्चेदानी को निकालकर इसको पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। रेडियोथैरेपी कोशिकाओं को नष्ट करता है और कीमोथेरेपी ट्यूमर को सिकुड़ने का काम कर बाकी प्रक्रिया पूरा करता है। यदि कोई लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर Gynecologist से तुरंत सम्पर्क करें।
निष्कर्ष:
आपने सीखा यौन सम्पर्क के बाद बढ़ते समय के साथ यूट्रस के आस पास अनियंत्रित कोशिका विभाजन गर्भाशय की गर्दन में या उसके ऊपर बढ़ने लगता है जिससे सर्वाइकल कैंसर होता है।
जो लेडिस बिल्कुल नॉनसेंशन है जिन्होंने कभी अपने लाइफ में इंटरकोर्स नहीं किया है, तो वो ठीक है। उनमें यह वायरस नहीं होती है।
लड़कियां 20 बर्ष से नियमित स्त्री रोग संबंधित जांच करवा सकते है। लेकिन चिंताजनक आंकड़े निवारक उपायों की तत्काल आवश्यकता को उजागर करते हैं।
युवा लड़कियों को रिश्ते बनाने से पहले यौन संबंधी जानकारियां और सावधानियां बरतनी चाहिए। हर महिला को PAP स्मीयर या टीका सेक्सुअल एक्सपोजर से पहले लगावा लें।
ये टीका 9 साल से ऊपर के हर बच्चे को लगाया जाता हैं। जागरूकता अभियान, सहयोग, पैपस्मीयर, स्क्रीनिंग और एचपीवी टीके को बढ़ावा देना सर्वाइकल कैंसर को रोक सकता है।
Citations :
List of all citation - [The Hindu publication, Budget speech 2024-25, Delhi Hospital Gynaecology, WHO reports etc.]
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