आहार एवं पोषण की अवधारणा क्या है FOOD AND NUTRITION IN HINDI न्यूट्रिशन डाइट चार्ट फूड एंड न्यूट्रिशन इन हिंदी फूड एंड न्यूट्रिशन नोट्स PDF DOWNLOAD पोषण परिभाषा क्या है? पोषण क्यों महत्वपूर्ण है? आइए आहार एवं पोषण की अवधारणा क्या है? को विस्तार से जानते हैं -
FOOD AND NUTRITION IN HINDI : आहार अथवा भोजन जीवन की प्राथमिक आवश्यकता है। पोषण एक स्वस्थ और संतुलित आहार खाने के बारे में है। हर तरह का पदार्थ तथा भोजन अपना पोषण योग्यता एवं क्षमता अलग-अलग रखता है। बचपन से सही आहार लेने पर उसका स्वास्थ्य और पोषण संबंधी आदतें एक निश्चित दिशा लेती है।
आहार विद्या बताती है, शरीर के पोषण के लिए दो तत्वों की नितांत आवश्यकता है। इंधन तत्व और दूसरा शारीरिक बनावट के पदार्थ उत्पादक, तंतुवर्धक और ह्रास पूरक तत्व शरीर में शक्ति उत्पन्न करता है।
अगर आप भोजन के साथ पोषक तत्व [FOOD AND NUTRITION] नहीं लेंगे तो शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से कमजोर होंगे।
संतुलित आहार की अवधारणा क्या है
- एक संतुलित आहार के घटक -
- आयु, लिंग, शरीर गतिविधि, आर्थिक स्थिति पर भी निर्भर करता है।
- अच्छे तथा संतुलित आहार की आदत जीवन क्षमता को बेहतर बनाती है,
- तथा घटिया आहार रुग्नता और रोगों को बढ़ाता है।
- यदि दैनिक आहार गलत होगा तो
- एक से अधिक पोषक तत्वों की अधिकता या उनकी कमी के कारण
- कुपोषण और कई तरह के रोगों का सामना करना पड़ सकता है।
आहार वह ठोस अथवा तरल पदार्थ है जो व्यक्ति को जीवित रहने के लिए, मनुष्य को स्वस्थ बनाए रखने के लिए, सामाजिक एवं परिवारिक संबंधों की एकता हेतु भावनात्मक तृप्ति, सुरक्षा प्रेम, शक्ति हेतु आवश्यक होता है।
पोषण की अवधारणा क्या है?
- दूसरे शब्दों में कहें तो भोजन या आहार संबंधी सभी प्रक्रियाओं का नाम ही पोषण है।
- अपनी गतिविधि और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए,
- पोषण हमेशा संतुलन, गुणवत्ता और समय पर सही मात्रा में खाएं।
- पोषण शिक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके द्वारा लोगों को पोषण का ज्ञान प्राप्त होता है।
- यह खाने की आदतों में समुचित परिवर्तन लाता है।
- व्यक्ति को जीवित रहने के लिए पोषण की आवश्यकता होती है।
- जो भोजन या पोषक तत्व मनुष्य द्वारा ग्रहण किए जाते हैं उस क्रिया को पोषण कहा जाता है।
पोषण की परिभाषाएं - AAHAR & POSHAN
बेहतर पोषण शिशु, बच्चे, मां और बड़े, बृद्ध के स्वास्थ्य में सुधार, मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली, सुरक्षित गर्भावस्था और गैर-संचारी रोग जैसे मधुमेह, हृदय रोग आदि।
मानसिक विकास के साथ-साथ बेहतर जीवन के कम जोखिम और दीर्घायु से संबंधित है। स्वस्थ लोग बेहतर उन्नति करते हैं।
भोजन लेने और उसे ऊर्जा और जीवन के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया पोषण कहलाता है।
वह समस्त प्रक्रम जिसके द्वारा जीवधारी बाह्य वातावरण से भोजन ग्रहण करते हैं तथा भोज्य पदार्थ से ऊर्जा मुक्त कर के शरीर की वृद्धि करते हैं उसको पोषण कहते हैं।
ऊर्जा के स्रोत को भोजन के रूप में शरीर के अंदर लेने की क्रिया को पोषण कहते हैं। दोस्तों, वह क्रिया जिसके द्वारा जीव भोजन ग्रहण करता है। उसी भोजन का उपयोग अपनी बृद्धि, उपापचय और पुनर्निर्माण आदि क्रियाओं के लिए करता है उसे भोजन कहा जाता है।
पोषण क्यों महत्वपूर्ण है?
मानव जीवन को बनाए रखने के लिए आहार अथवा पोषण अति आवश्यक है। व्यक्ति के शारीरिक वृद्धि और दिमाग का विकास, उत्तम स्वस्थ एवं दैनिक क्रियाशीलता के लिए पर्याप्त आहार एवं पोषण की आवश्यकता होती है। इस बिषय को पोषण को आहार विज्ञान में रखा गया। आहार विज्ञान भोजन प्रबंधन से संबंधित होता है और पोषण स्वस्थ वर्धन से जुड़ा होता है।
Food and Nutrition in Hindi New AAHAR avm POSHAN |
- पोषक से ही बीमारियों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
- कुपोषण के दायरे से मुक्ति भी पाई जा सकती है।
- 30 सितम्बर को कुपोषण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- भारत में हर साल सितंबर के महीने में पूरे देश में राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।
- पोषण के अभाव में व्यक्ति या बच्चा कुपोषित हो जाता है।
- कुपोषण के प्रकार हैं -
- जन्म के समय वजन का कम होना
- बचपन में बाधित विकास
- अल्प रिक्तता
- विटामिन ए की कमी
- आयोडीन की कमी इत्यादि
- कुपोषण की नियति मां के गर्भ से ही शुरू हो जाता है।
- बच्चा इसमें जन्म से पहले ही फंस जाता है।
असान भाषा में कहें तो, कुपोषण का मतलब आयु और शरीर के अनुरूप पर्याप्त शारीरिक और मानसिक विकास का ना होना है। इसीलिए हमारे लिए आहार और पोषण अति आवश्यक है।
पोषण कितने प्रकार के होते हैं
- पर्याप्त आहार
- संतुलित आहार
- कैलोरी नियंत्रण
- संयम और
- विविधता
- पोषण का जनक कौन है
एन्टोनी लेवोजर (1770-1794)को पोषण का जनक माना जाता है। हिप्पोक्रेट्स ने पहली बार चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में नैदानिक पोषण के विज्ञान और दर्शन को मान्यता दी थी। जब उन्होंने कहा था कि स्वस्थ केवल उचित आहार और स्वच्छता से सुनिश्चित हो सकता है।
- भोजन हमारे लिए क्यों जरूरी है इस पर अपना विचार लिखों
किसी भी एकल भोजन में वांछित मात्रा में सभी पोषक तत्व नहीं होते हैं। इसीलिए हमारे शरीर के समुचित कार्य के लिए संतुलित आहार Food and Nutrition खाने की आवश्यकता है। ताकि हम एनर्जी से भरपूर रहे।
शारीरिक और मानसिक हर तरह का काम करने में सक्षम हो, वजन उठाने में सक्षम हो। पढ़ाई में कंसंट्रेट कर पाए, फोकस कर पाए। और यादाश्त शक्ति मजबूत रहें।
भोजन क्षतिग्रस्त कोशिकाओं, उत्तकों को मरम्मत कर हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली को बनाएं रखने में सहायक होता है।
पोषण के 7 प्रकार क्या है?
मोटे तौर पर जीवित जीवो में पोषण के मुख्यत: दो प्रकार होते हैं। स्वपोषी मोड और हेटरोट्रॉफिक मोड। अर्थात् स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण।
जो पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए ऊर्जा देने के काम करते हैं वह इस प्रकार वर्गीकृत किया गया है-
- कार्बोहाइड्रेट्स
- वसा
- न्यूक्लिक अम्ल
- खनिज लवण
- प्रोटीन
- विटामिन
- जल